Thursday, 25 April 2019

मन ही मन को कैसे समझाए!!

चाह के भी जब मन निकले ना मझधार से,
मुझ में ही रह कर मुझ में ही मन टूटा जाए,
मन की ये पीड़ मन ही मन को कैसे समझाए!!

No comments:

Post a Comment