Monday, 13 May 2019

तेरी याद मेरे संग पाँव पाँव चली,

तेरे गाँव मेरे शहर जब जब चली,
तेरी याद मेरे संग पाँव पाँव चली,

घर से अकेले निकली तो तजुर्बा हुआ,
वो छाँव भी क्या जो तेरे बगैर धूप सी गुज़री!!


Painting by Taechong