Poems by Mamta Sharma
Saturday, 29 September 2018
दिन फिरे
85 साल के उस आदमी ने अपने पोते को अनाथ आश्रम छोड़ते हुए सिर्फ इतना कहा " वक़्त भी अजीब चीज है. एक वक़्त था जब दूसरों के बच्चों को अपना नाम दिया|
आज खुद के होते हुए अपने बच्चे को अनाथ आश्रम और खुद को वृद्ध आश्रम मे रहना पड़ रहा है|
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