Thursday, 22 August 2019

देख मै क्या से क्या हो गया हूँ,



तूने समझा था मैं रो दूंगा,
तुझे खो के,
मैं कुछ और भी कुछ खो दूंगा,
देख मै क्या से क्या हो गया हूँ,
तेरे जाने क बाद कितना आबाद हो गया हूँ,
तूने शायद सोचा था,
तेरा हाथ जो छूटेगा तो बेरंग हो जायगा,
पर तू देख तेरे जाने के बाद,
कितने रंगों मे रंगीन हो गया हूँ,
गुमनाम शामे भी अब गुमनाम नहीं लगती,
तेरे जाने के बाद अब कमी मे भी कोई कमी नहीं लगती,
तेरे जाने से खुद मे खुद का आना हुआ है,
तुझे खोने पे खुद को पाना हुआ है!!

~ Poetry by Mamta ~

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