Saturday, 26 January 2019
Saturday, 19 January 2019
इंतज़ार
ज़िन्दगी यु तो कुछ न थी,
पर हर वक़्त इतराते गुज़री
किसी से क्या कहते,
ये खुद से ही दूर जाते गुज़री,
दिन गुज़रे खाली खाली,
शामें किसी खवाब में गुज़री,
रातें शुभो की तमन्ना में,
आने वाले वक़्त की नज़ाकत से गुज़री,
जिस के मुक़दर में हो खुशियां सारी,
उसे उधार देते गुज़री,
तन्हाई के आलम मे,
कुछ हक़ीक़त सुनते सुनाते गुज़री,
खुद के इंतज़ार में,
किसी और को ही बुलाते गुज़री!!
Saturday, 29 December 2018
ये मलाल है,
ये मलाल है,
किसी शहर में तन्हा नहीं रहने देते,
ये हमसफ़र को हमसफ़र भी नहीं होने देते
हज़ार आरज़ू दफ़न कर भी दो,
चंद इंसान -इंसान को सफर का नहीं होने देते,
मुलाकातें बहुत होंगी यूँ तो इस सफर मे,
कुछ सफर रास्तों को हमसफर नहीं होने देते,
ये इंसान है,
इंसान को कही का नहीं छोड़ते,
मिल जाए ज़मीन तो,
सर पे आसमान नहीं छोड़ते,
मिल जाए आसमान तो,
पैरों तले ज़मीन नहीं छोड़ते!! ( M.S)
Image Courtesy : Lack Of Love by Carolyn LeGrand
ये हमसफ़र को हमसफ़र भी नहीं होने देते
हज़ार आरज़ू दफ़न कर भी दो,
चंद इंसान -इंसान को सफर का नहीं होने देते,
मुलाकातें बहुत होंगी यूँ तो इस सफर मे,
कुछ सफर रास्तों को हमसफर नहीं होने देते,
ये इंसान है,
इंसान को कही का नहीं छोड़ते,
मिल जाए ज़मीन तो,
सर पे आसमान नहीं छोड़ते,
मिल जाए आसमान तो,
पैरों तले ज़मीन नहीं छोड़ते!! ( M.S)
Image Courtesy : Lack Of Love by Carolyn LeGrand
अब वक़्त कहा है,
अब वक़्त कहा है,
की तुमको फिर से तलाशे,
जो खोजै हर वक़्त तुझ में,
क्यों न अब खुद में ही तराशे!!
Image courtesty : RON Ron Klotchman
( Time is on Their Side)
की तुमको फिर से तलाशे,
जो खोजै हर वक़्त तुझ में,
क्यों न अब खुद में ही तराशे!!
Image courtesty : RON Ron Klotchman
( Time is on Their Side)
मेरी माँ ( My Mother)
माँ से लिपट के रो लूँ इतना कभी,
उस को रुलाया है जितना मैंने कभी,
यु तो कभी कोई शिकवा नही मुझे उन से,
जी भर के दिया है जो भी माँगा उन से कभी,
बाबा की मार से,
बाबा की डाट फटकार से,
चुपके से खुद में छुपाया मुझे कही,
अब जिंदगी दौड जो रही है,
पीछे छूट गयी है मेरी माँ कही,
बच्चो ने बसा ली है अपनी अपनी दुनिया नयी,
मेरी भोली मासूम सी अम्मा,
छूट गयी है इस बड़े से घर मे अकेली कही,
लो फिर से थाम लूँ उनका हाथ वही,
चलना जो सीखा था उन के हाथ सही,
चलो फिर से ढूँढ लूँ,
मेरी माँ में खो गयी है जो लड़की कही,
पुरानी फोटोज में,
हस्ती खेलती लड़की की सूरत है,
वही मेरी माँ की असली सूरत है,
उन की नज़र भी तो उतारु कभी,
लेती रहती है हर वक़्त जो बलाये मेरी!! (M.S).
उस को रुलाया है जितना मैंने कभी,
यु तो कभी कोई शिकवा नही मुझे उन से,
जी भर के दिया है जो भी माँगा उन से कभी,
बाबा की मार से,
बाबा की डाट फटकार से,
चुपके से खुद में छुपाया मुझे कही,
अब जिंदगी दौड जो रही है,
पीछे छूट गयी है मेरी माँ कही,
बच्चो ने बसा ली है अपनी अपनी दुनिया नयी,
मेरी भोली मासूम सी अम्मा,
छूट गयी है इस बड़े से घर मे अकेली कही,
लो फिर से थाम लूँ उनका हाथ वही,
चलना जो सीखा था उन के हाथ सही,
चलो फिर से ढूँढ लूँ,
मेरी माँ में खो गयी है जो लड़की कही,
पुरानी फोटोज में,
हस्ती खेलती लड़की की सूरत है,
वही मेरी माँ की असली सूरत है,
उन की नज़र भी तो उतारु कभी,
लेती रहती है हर वक़्त जो बलाये मेरी!! (M.S).
Image courtesty : Catherine Rose
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